"यहाँ हर चेहरे की अपनी एक कहानी है. मेरे हाथ थक चुके हैं लिखते लिखते लेकिन यह कहानियां ख़त्म होने का नाम नहीं लेती हैं.
न जाने कितनी रातें मैंने बेचैनियों में गुज़ारी हैं.
यह घनी अँधेरी रात न जाने कब खत्म होगी.
यकीन नहीं होता है कि मैं इनको लिख रहा हूँ , या यह मेरी जिंदगी को लिख रहीं हैं."
Teaser.
Concept- Usman Khan
Editing- Sumit Nautiyal
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